AIDS Full Form: Acquired Immune Deficiency Syndrome
एड्स का फुल फॉर्म एक्वायर्ड इम्यून डेफिसिएंसी सिंड्रोम होता है।AIDS एक गंभीर, जानलेवा बीमारी है जो ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) से होती है। एचआईवी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है, जो वायरस को शरीर में कोशिकाओं की प्रतिकृति बनाने और नष्ट करने से नहीं रोक सकता।
AIDS HIV संक्रमण का सबसे उन्नत चरण है, और यदि इलाज न किया जाए तो मृत्यु हो सकती है। एड्स का कोई इलाज नहीं है, लेकिन ऐसे उपचार उपलब्ध हैं जो किसी की उम्र बढ़ा सकते हैं।
एड्स से पीड़ित लोग अक्सर लक्षणों की एक विस्तृत श्रृंखला का अनुभव करते हैं जो रोजमर्रा की गतिविधियों को करने में बहुत मुश्किल कर सकते हैं। एड्स से ग्रसित कई लोग अवसरवादी संक्रमण से भी पीड़ित होते हैं, जो संक्रमण होते हैं क्योंकि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है। ये अवसरवादी संक्रमण बहुत गंभीर हो सकते हैं और कभी-कभी घातक भी।
एड्स के लक्षण क्या है इन हिंदी?
एड्स के लक्षण व्यक्ति और उन्हें एड्स के प्रकार के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। एड्स से पीड़ित लोगों को तेज बुखार हो सकता है, उनके पूरे शरीर पर दाने हो सकते हैं, लिम्फ नोड्स में सूजन, दस्त या उल्टी, मुंह के छाले और वजन कम हो सकता है। एड्स से ग्रसित कई लोग गंभीर अवसाद और मनोभ्रंश का भी अनुभव करते हैं।
AIDS के लक्षण कितने दिनों में दीखते है?
AIDS के लक्षण आम तौर पर वायरस के संपर्क में आने के बाद 6 से 12 सप्ताह के बीच दिखाई देंगे। इनमें बुखार, थकान, शरीर में दर्द, गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं।
AIDS को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है?
HIV AIDS के प्रसार को रोकने के कई तरीके हैं, जिसमें सेक्स के दौरान कंडोम का उपयोग करना, दवाओं का इंजेक्शन लगाते समय सुइयों को साझा नहीं करना और नियमित रूप से एचआईवी परीक्षण करवाना शामिल है। यदि आपको लगता है कि आप एचआईवी के संपर्क में आ गए हैं, तो जल्द से जल्द परीक्षण करवाना महत्वपूर्ण है ताकि यदि आवश्यक हो तो आप उपचार शुरू कर सकें।